31 जुलाई 2025 को पंजाब और कुछ अन्य राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। पंजाब सरकार ने इस दिन को शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस के मौके पर राजकीय अवकाश घोषित किया है। इस दिन सभी शैक्षणिक संस्थान, सरकारी दफ्तर, बोर्ड, निगम और अन्य सरकारी इकाइयां बंद रहेंगी। यह फैसला राज्य सरकार ने शहीद उधम सिंह के बलिदान को सम्मानित करने और नई पीढ़ी को उनकी महत्ता से अवगत कराने के उद्देश्य से लिया है। इसके अलावा, इस दिन सुनाम शहर की कुछ प्रमुख सड़कों का नाम भी शहीद उधम सिंह के नाम पर रखा जाएगा।
31 जुलाई को स्कूल-कॉलेज बंद क्यों?
31 जुलाई को पंजाब में स्कूल-कॉलेज बंद रहने का कारण शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस के रूप में इस दिन को मान्यता देना है। शहीद उधम सिंह ने ब्रिटिश अफसर माइकल ओ’ड्वायर को लंदन में गोली मारी थी, जो जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला था। यह घटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, पंजाब सरकार ने 31 जुलाई को हर साल सरकारी अवकाश घोषित करने का फैसला किया है ताकि इस दिन को सम्मानित किया जा सके। इस आदेश के तहत उस दिन सभी सरकारी दफ्तर, स्कूल, कॉलेज, बोर्ड, निगम सभी बंद रहेंगे।
पंजाब सरकार ने यह भी घोषणा की है कि भवानीगढ़-सुनाम मार्ग का नाम “शहीद ऊधम सिंह मार्ग” रखा जाएगा, जिससे उनकी शहादत की यादें लोगों के बीच बनी रहें। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस सड़क नामकरण समारोह में भाग लेंगे और शहीद को श्रद्धांजलि देंगी। इस फैसले को पंजाब के लोगों और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सराहा है क्योंकि यह शहीद के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
अन्य राज्यों और कारणों से 31 जुलाई को छुट्टियां
पंजाब के अलावा, जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी जिलों में भी 31 जुलाई को खराब मौसम की वजह से स्कूल और कॉलेज बंद रखे गए हैं। यहां अधिकारियों ने अधिकारियों ने बारिश और बर्फबारी के कारण एहतियात के तौर पर सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है। यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है ताकि बच्चों और स्कूल स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
हालांकि हरियाणा में भी 31 जुलाई को शहीद उधम सिंह के बलिदान दिवस के रूप में सार्वजनिक छुट्टी घोषित की गई है। लेकिन वहां बैंक खुले रहेंगे और केवल सरकारी कार्यालय, स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। इस प्रकार, यह छुट्टी गैर-आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित करती है, लेकिन बैंकिंग सेवाएं सामान्य रहेंगी।
सरकार की योजना और फायदे
पंजाब सरकार ने 31 जुलाई को गजटेड हॉलिडे घोषित कर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद उधम सिंह को सम्मानित करने का एक बड़ा कदम उठाया है। यह न केवल एक छुट्टी है, बल्कि युवाओं में देशभक्ति की भावना जागृत करने का एक माध्यम भी है। सरकार ने इस दिन को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर जनता को स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास से जोड़ने का प्रयास किया है।
सरकार का यह निर्णय समझदारी भरा है क्योंकि इतिहास को जीवित रखना और नई पीढ़ी को प्रेरित करना आवश्यक है। शहीद उधम सिंह का बलिदान आज भी देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इसके अलावा, सड़कें और सार्वजनिक स्थान उनके नाम पर रखने से उनकी यादें समाज में स्थायी रूप से बनी रहेंगी। यह आयोजन ऐतिहासिक महत्व का है और स्थानीय लोगों तथा राजनीतिक दलों से सकारात्मक समर्थन प्राप्त कर रहा है।
31 जुलाई की छुट्टी का प्रभाव
31 जुलाई को सरकारी स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद रहेंगे, इसलिए इस दिन विद्यार्थी और कर्मचारी छुट्टी पर रहेंगे। इससे उन्हें शहीद उधम सिंह के जीवन और उनके संघर्ष के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। सरकार और विभिन्न संस्थान इस दिन के कार्यक्रमों का आयोजन कराएंगे, ताकि इस महान स्वतंत्रता सेनानी को याद किया जा सके।
हालांकि, रोजमर्रा की सेवाओं जैसे बैंक और निजी कार्यालय इस छुट्टी से प्रभावित नहीं होंगे, इसलिए आर्थिक गतिविधियों पर इसका सीमित प्रभाव होगा। यह छुट्टी मुख्य रूप से सरकारी और शैक्षणिक संस्थानों तक सीमित है। इसके अलावा, इस दिन विभिन्न स्थानों पर क़दम-कदम पर सामाजिक और ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जो इस दिन के महत्व को और बढ़ाएंगे।
निष्कर्ष
फरवरी 31 जुलाई को पंजाब सरकार ने शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस पर हर साल के लिए राजकीय अवकाश घोषित किया है। इस दिन राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। यह फैसला स्वतंत्रता संग्राम के महानायक को सम्मान देने और युवाओं को उनकी शहादत से परिचित कराने के उद्देश्य से लिया गया है। शहीद के नाम पर सड़क और सार्वजनिक स्थल भी नामित किए जाएंगे। यह मात्र एक छुट्टी नहीं, बल्कि इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय को सम्मानित करने का प्रतीक है।