बैंकों का कामकाज और उनकी समयावधि देश के लाखों लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आमतौर पर लोग हफ्ते के सभी कार्यदिवसों में बैंक जाकर लेन-देन, पैसे जमा या निकालने जैसे जरूरी काम निपटाते हैं। इसी के चलते बैंकिंग टाइमिंग और छुट्टियों को लेकर हमेशा नई अपडेट्स पर सभी की नजर बनी रहती है। बीते समय में यह खबर सामने आई कि बैंकों में अब हफ्ते में केवल 5 दिन ही काम होगा और 2 दिन की छुट्टी रहेगी। इस प्रस्तावित बदलाव को लेकर लोगों में कई तरह की उत्सुकता और सवाल भी सामने आए हैं।
इस तरह की योजना न सिर्फ बैंक कर्मचारियों की सुविधा के लिए बल्कि ग्राहकों की सहूलियत को भी ध्यान में रखते हुए बनाई जाती है। भारत में बैंकों के काम के घंटे, छुट्टियां इत्यादि नियम भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और बैंकिंग यूनियनों के आपसी संवाद से तय होते हैं। खबरों के अनुसार, यह प्रस्ताव अधिकांश राष्ट्रीयकृत और निजी बैंकों में लागू किया जा सकता है, जिससे सप्ताह में दो दिन यानी शनिवार और रविवार को पूरे देश में बैंक बंद रहेंगे, और बैंक सोमवार से शुक्रवार तक ही खुलेंगे।
Bank Working Days
यह योजना फिलहाल प्रस्तावित है, जिसमें बैंकों के काम के घंटे को बेहतर और सुविधाजनक बनाने के लिए हफ्ते में दो दिन छुट्टी देने की बात कही गई है। भारतीय बैंक संघ (IBA) द्वारा साल 2023 में बैंकिंग यूनियनों के साथ 12वीं वेतन समझौता वार्ता (bipartite settlement) के दौरान यह मुद्दा उठाया गया था। यूनियनों की मांग थी कि बैंक कर्मचारियों के कार्यदिवस को हफ्ते में 5 दिन कर दिया जाए, ताकि उन्हें संतुलित जीवन के लिए अधिक समय मिले।
हालांकि अभी तक इस प्रस्ताव को पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है, लेकिन ग्राहकों और कर्मचारियों के बीच यह चर्चा तेज है कि यदि यह लागू होता है, तो बैंक सप्ताह में केवल 5 दिन ही खुलेंगे। इसका अर्थ है कि बैंक कर्मचारी अब सोमवार से शुक्रवार तक काम करेंगे, और शनिवार व रविवार को छुट्टी होगी।
कब से लागू हो सकती है यह व्यवस्था?
अभी तक इस योजना की अधिकारिक घोषणा और लागू होने की तारीख सामने नहीं आई है। हालांकि, भारतीय बैंक संघ और बैंकिंग यूनियनों के बीच 2024 आते-आते कई दौर की वार्ताएं हो चुकी थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, RBI और सरकार से मंजूरी के बाद यह नियम जल्द लागू हो सकता है, लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं है कि यह किस तारीख से देशभर में प्रभावी होगा। लागू होने के बाद यह व्यवस्था सभी सार्वजनिक और निजी बैंकों में समान रूप से लागू होने की संभावना है।
इससे आम ग्राहकों और बैंक कर्मचारियों को क्या लाभ होगा?
यदि बैंक सप्ताह में दो दिन बंद रहेंगे, तो सबसे बड़ा फायदा बैंक कर्मचारियों को मिलेगा। उन्हें हफ्ते में दो लगातार छुटिटयां मिलेंगी जिससे वे अपने परिवार और व्यक्तिगत जीवन को और बेहतर समय दे पाएंगे। साथ ही लंबे कार्यदिवस का तनाव भी कम होगा। दूसरी ओर, ग्राहकों को अपने बैंकिंग कामकाज को सोमवार से शुक्रवार के दौरान ही निपटाना होगा, इसलिए ग्राहकों को अपनी प्लानिंग पहले से करनी होगी।
ग्राहकों के लिए अच्छी बात ये है कि आजकल अधिकांश बैंकिंग सेवाएं इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से 24×7 उपलब्ध हैं, इसलिए पब्लिक हॉलिडे या वीकेंड में भी जरूरी लेन-देन आसानी से किए जा सकते हैं। सिर्फ वे ही काम जो बैंक शाखा में जाकर पूरे होते हैं, उन्हें हफ्ते के 5 दिनों में ही निपटाना होगा।
किस बैंकिंग यूनियन और संस्थान ने उठाई थी यह मांग?
इस सुविधा का प्रस्ताव सबसे पहले ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA), ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयीज एसोसिएशन (AIBEA) सहित कई प्रमुख बैंकिंग यूनियनों ने रखा था। IBA (Indian Banks’ Association) ने भी इस मांग पर सकारात्मक रुख दिखाया और मुद्दा सैलरी नेगोशिएशन (bipartite settlement) के दौरान ऐड किया। कर्मचारियों को साप्ताहिक दो अवकाश (सैटरडे और संडे) देने के बदले बैंक के घंटों में मामूली बढ़ोतरी करने का भी सुझाव सामने आया था।
बैंकों के सामान्य कार्यदिवस और छुट्टियों का संचालन
वर्तमान में देश के अधिकांश बैंक सोमवार से शुक्रवार और महीने के पहले व तीसरे शनिवार को खुले रहते हैं। वहीं, दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक बंद रहते हैं। रविवार को भी सभी बैंक छुट्टी पर रहते हैं।
मौजूदा व्यवस्था | प्रस्तावित नई व्यवस्था (अभी विचाराधीन) |
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सोमवार-शुक्रवार | सोमवार-शुक्रवार |
पहला, तीसरा शनिवार | बैंक बंद |
दूसरा, चौथा शनिवार | बैंक बंद |
रविवार | बैंक बंद |
ग्राहकों के लिए जरूरी टिप्स
यदि यह नियम लागू होता है, तो बेहतर होगा कि ग्राहक अपने जरूरी बैंकिंग कार्यों की पहले से योजना बनाएं। चेक जमा, ड्राफ्ट बनवाने, या बैंक से जुड़े डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन जैसे कार्य कामकाजी दिनों में ही निपटाएं। डिजिटल और ऑनलाइन बैंकिंग सुविधाओं का उपयोग करें, क्योंकि ये सेवाएं सप्ताह के सातों दिन और 24 घंटे उपलब्ध हैं।
संक्षिप्त जानकारी
बैंकों में 5-दिन कार्य सप्ताह की योजना फिलहाल विचाराधीन है। इस पर अंतिम फैसला भारतीय रिजर्व बैंक और सरकार की मंजूरी के बाद ही लागू होगा। इससे बैंक कर्मचारियों को लाभ तो होगा ही, ग्राहकों की सुविधा के लिए डिजिटल बैंकिंग पर अधिक ध्यान देना जरूरी होगा। इस बदलाव की तिथि एवं विस्तृत गाइडलाइन आने वाले समय में जारी की जा सकती है।